गौवंश के कष्ट को देखकर भाव विह्वल हो उठे हैं पथमेड़ा संतश्री 1008 श्री दत्तशरणा नन्द जी महाराज
जालोर, नन्दगाँव, गोलासन, बनासकाँठा गऊशालाओं में भारी बारिश व बाढ़ के चलते गौवंश पर आया कष्ट हृदय विदारक है। विभिन्न समाचार चैनलों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा भेजे जा रहे विडीयो एवं सूचनाएं असहनीय हैं।
महाराजजी चातुर्मास प्रवास पर शारीरिक रूप से हैं तो कोलकाता में लेकिन आपका मन-मस्तिष्क वहीं गऊओं के बीच ही है। चौबीसों घण्टे चारे, पौष्टिक आहार, गुड़, तेल, दवा, शेड आदि की व्यवस्था, स्वयंसेवकों की तैनाती हेतु देश भर में संपर्क, यही है महाराजजी की दिनचर्या। चातुर्मास के नियमानुसार रात्रि विश्राम चातुर्मास प्रवास स्थल पर ही करने का विधान है परन्तु महाराजजी का हृदय गौवंश से जाकर मिलने हेतु व्याकुल है, परन्तु भौगोलिक व्यवधान जो ठहरा।
कोलकाता से साँचोर की दूरी दो हज़ार किलोमीटर है। ऐसे में चातुर्मास आयोजन की व्यवस्थाओं में जुटे विप्र फ़ाउण्डेशन के कार्यकर्तागण ने महाराजजी की मनस्थिति को देख आज उनसे निवेदन किया की हवाई मार्ग द्वारा सुबह कोलकाता से नन्दगाँव, पथमेड़ा एवं गोलासन जाकर रात को वापस कोलकाता आने की व्यवस्था विप्र फ़ाउण्डेशन द्वारा कर ली जायेगी, आप एक दिन भर के लिये पधारें। पथमेड़ा महाराजजी का ग़ौशालाओं का एक दिवसीय दौरा प्रत्येक दृष्टिकोण से हितकारी होगा।
गऊएं प्रसन्न होंगी, सेवा कार्यों में जुटे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा, राहत कार्यों को और अधिक गति मिलेगी, महाराज जी को शुकुन मिलेगा। आइये प्रार्थना करें की यात्रा के कार्यक्रम हेतु जल्द से जल्द महाराज जी की स्वीकृति मिले। ,,,
,9449052168,,,9414152168
जय गोमाता- जय गोपाल।।।
जालोर, नन्दगाँव, गोलासन, बनासकाँठा गऊशालाओं में भारी बारिश व बाढ़ के चलते गौवंश पर आया कष्ट हृदय विदारक है। विभिन्न समाचार चैनलों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा भेजे जा रहे विडीयो एवं सूचनाएं असहनीय हैं।
महाराजजी चातुर्मास प्रवास पर शारीरिक रूप से हैं तो कोलकाता में लेकिन आपका मन-मस्तिष्क वहीं गऊओं के बीच ही है। चौबीसों घण्टे चारे, पौष्टिक आहार, गुड़, तेल, दवा, शेड आदि की व्यवस्था, स्वयंसेवकों की तैनाती हेतु देश भर में संपर्क, यही है महाराजजी की दिनचर्या। चातुर्मास के नियमानुसार रात्रि विश्राम चातुर्मास प्रवास स्थल पर ही करने का विधान है परन्तु महाराजजी का हृदय गौवंश से जाकर मिलने हेतु व्याकुल है, परन्तु भौगोलिक व्यवधान जो ठहरा।
कोलकाता से साँचोर की दूरी दो हज़ार किलोमीटर है। ऐसे में चातुर्मास आयोजन की व्यवस्थाओं में जुटे विप्र फ़ाउण्डेशन के कार्यकर्तागण ने महाराजजी की मनस्थिति को देख आज उनसे निवेदन किया की हवाई मार्ग द्वारा सुबह कोलकाता से नन्दगाँव, पथमेड़ा एवं गोलासन जाकर रात को वापस कोलकाता आने की व्यवस्था विप्र फ़ाउण्डेशन द्वारा कर ली जायेगी, आप एक दिन भर के लिये पधारें। पथमेड़ा महाराजजी का ग़ौशालाओं का एक दिवसीय दौरा प्रत्येक दृष्टिकोण से हितकारी होगा।
गऊएं प्रसन्न होंगी, सेवा कार्यों में जुटे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा, राहत कार्यों को और अधिक गति मिलेगी, महाराज जी को शुकुन मिलेगा। आइये प्रार्थना करें की यात्रा के कार्यक्रम हेतु जल्द से जल्द महाराज जी की स्वीकृति मिले। ,,,
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